हिंदी सिनेमा में आपने कई सफल अभिनेता देखे होंगे जिन्होंने सालों की मेहनत से अपनी अलग पहचान बनाई है। लेकिन वहीं कई ऐसे भी कलाकार रहे हैं जिन्हें मेनस्ट्रीम में पहचान ने मिलने के बाद उन्होंने अलग इंडस्ट्री में अपना हाथ आजमाने की कोशिश की और फेमस हो गए। आज हम आपको ऐसे ही एक अभिनेता के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें पंजाब की अमिताभ बच्चन कहा जाता था।

स्टार बनने का सपना लिए हर साल जाने कितने ही लोग सपनों की नगरी मुंबई में अपने करियर को दिशा देने पहुंचते हैं। मगर इस बात की कोई गारंटी नहीं होती कि उस व्यक्ति को वो नाम और शोहरत मिल ही जाएगी। इसमे किस्मत का भी बड़ा हाथ होता है। कई ऐसे भी एक्टर्स को देखा गया है जिनके हाथ केवल निराशा ही आई है। ऐसी ही एक कहानी इस सुपरस्टार की भी है, वो स्टार जिसे पंजाबी सिनेमा ने बिग बी जैसे नाम दिया।
पंजाबी सिनेमा का ‘अमिताभ’ कहलाने वाला एक्टर
कश्मीर में जन्में इस अभिनेता को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था। उनके इसी शौक ने उनके अंदर के कलाकार को जगाने का काम किया है। उन्होंने सबसे पहले पंजाबी फिल्मों से अपने करियर को स्थापित करने की कोशिश की। इस इंडस्ट्री में उनके काम की खूब सराहना मिली थी। इसी स्टारडम के साथ उन्होंने बॉलीवुड की तरफ भी रुख किया। आप में से कई लोगों का चेहरा अब तक याद आने लगा होगा, लेकिन जिन लोगों को उनका नाम नहीं याद आया तो बता दें इस एक्टर का नाम है सतीश कौल।
सतीश कौल का बॉलीवुड सफरसताश कौल ने फिल्म अंग से अंग लागले (1974) से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। हालांकि पहचान उन्हें 1986 की मल्टी-स्टारर फिल्म कर्मा में दिलीप कुमार जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ स्क्रीन शेयर करने के बाद मिली। सतीश को उम्मीद थी कि यह फिल्म उनके लिए सक्सेस के नए रास्ते खोलेगी, मगर ऐसा हुआ नहीं। पंजाबी सिनेमा में मिले फेम के बावजूद दिवंगत अभिनेता बॉलीवुड में वह मुकाम हासिल कर पाने नाकाम हो गए थे। बड़े रोल न मिलने के कारण उन्होंने बी-ग्रेड फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था।
टीवी सीरियल्स से मिली नई पहचानबॉलीवुड से खुद को दूर करने के बाद सतीश कौल ने टीवी में काम करना शुरू किया। बी.आर. चोपड़ा के मशहूर टीवी सीरियल महाभारत में उन्होंने भगवान इंद्र की भूमिका निभाई। इस किरदार से वो एक बार नई पहचान के साथ उभर कर आए। 80 और 90 के दशक में उन्होंने कई चर्चित टीवी शोज में भी काम किया। हालांकि, 90 के दशक के अंत उनका मन एक्टिंग की दुनिया से ऊब चुका था इसीलिए उन्होंने एक्टिंग छोड़ दी। बॉलीवुड ने भी बीतते समय के साथ भुला दिया।
सतीश कौल का संघर्षपूर्ण जीवन
प्रोफशेनल लाइफ में तो उन्होंने स्ट्रगल किया ही इसके साथ उनका निजी जीवन भी संघर्षों से भरा रहा। उनका शादीशुदा जीवन लंबा नहीं चला। कहा जाता है कि वो अपने आखिरी समय में लुधियाना के एक वृद्धाश्रम में रहने लगे थे। इस दौरान उन्हें गंभीर आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा।
उनकी तबीयत भी खराब रहने लगी, और 2021 में बीमारी के चलते उनका निधन हो गया। एक इंटरव्यू में सुपरस्टार शाह रुख खान ने कहा था कि उन्होंने सबसे पहली फिल्म की शूटिंग सतीश कौल की ही देखी थी। इसके बाद ही उन्होंने एक्टिंग में आने का मन बनाया था।
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