पिता लड़ रहे जिंदगी और मौत की लड़ाई… फिर भी IPL मैच खेलने उतरा बेटा; जज्बा देखकर दुनिया ठोक रही सलाम
पंजाब किंग्स के प्रभसिमरन सिंह ने लखनऊ के खिलाफ खेले गए मैच में बल्ले स शानदार प्रदर्शन कर महफिल लूट ली। मात्र 48 गेंद में 7 छक्कों और 6 चौकों के साथ प्रभसिमरन ने 91 रन कूटे जिससे पंजाब ने लखनऊ के खिलाफ 237 रन का विशाल लक्ष्य रखा। इसके जवाब में लखनऊ की टीम 199 रन ही बना सकी और उसे 37 रन से हार का सामना करना पड़ा।

Prabhsimran Singh Father: पंजाब किंग्स के युवा बल्लेबाज प्रभसिमरन सिंह ने लखनऊ के खिलाफ खेले गए मैच में बल्ले स शानदार प्रदर्शन कर महफिल लूट ली। मात्र 48 गेंद में 7 छक्कों और 6 चौकों के साथ प्रभसिमरन ने 91 रन कूटे, जिससे पंजाब ने लखनऊ के खिलाफ 237 रन का विशाल लक्ष्य रखा। इसके जवाब में लखनऊ की टीम 199 रन ही बना सकी और उसे 37 रन से हार का सामना करना पड़ा।
मैच में प्रभसिमरन सिंह के प्रदर्शन से ज्यादा उनके जज्बे की तारीफ हो रही है। मैच के बाद प्रभसिमरन के चाचा ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में ये बताया कि उनके पिता बीमारी से जूझ रहे हैं। किडनी फेल होने के चलते उन्हें हफ्ते में तीन बार डायलिसिस से गुजरना पड़ रहा हैं।
Prabhsimran Singh के जज्बे को सलाम!दरअसल, पंजाब किंग्स के ओपनर प्रभसिमरन सिंह ने आईपीएल 2025 में 11 मैच खेलते हुए 170 की स्ट्राइक रेट से अब तक 437 रन बना लिए हैं। उन्होंने लखनऊ के खिलाफ खेले गए मैच में 91 रन की तूफानी पारी खेली। उनकी पारी से ज्यादा उनके जज्बे को देखकर दुनिया सलाम ठोक रही हैं। लखनऊ के खिलाफ पंजाब की जीत के बाद टाइम्स ऑफ इंडिया को इंटरव्यू में उनके चाचा सतविंदर सिंह ने बताया कि उनके भाई की तबीयत खराब चल रही हैं।
प्रभसिमरन के पिता 3 बार हफ्ते में डायलिसिस से गुजर रहे हैं। ऐसे में टूर्नामेंट छोड़कर घर जाने की बजाय प्रभसिमरन टीम के लिए जीत की नींव रखकर हर किसी का दिल जीत रहे हैं। मैच के बाद प्रभसिमरन के चाचा ने बताया कि जब वह प्रभसिमरन को टीवी पर बैटिंग करते हुए देखते हैं तो उनके चेहरे पर मुस्कान आती हैं।
23 साल के प्रभसिमरन को ट्रेनिंग देने वाले सतविंदर सिंह ने कहा कि बड़े भाई होने के नाते इस मुश्किल वक्त में मैं उन्हें दर्द में नहीं देख सकता। उन्हें हफ्ते में तीन बार डायलिसिस पर जाना हैं। मुझसे देखा नहीं जाता और जब डॉक्टर डायलिसिस के लिए आते हैं तो मैं घर से बाहर हो जाता हूं। एक भी दिन नहीं बीतता जब मैंने अपने भाई के लिए भगवान से प्रार्थना नहीं की।
प्रभसिमरन सिंह के चाचा सतविंदरपाल सिंह को ये भी पता कि उनका छोटा भाई कितने दिन तक और जीवित रहेगा, लेकिन उन्होंने उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का एक तरीका ढूंढ लिया। उन्होंने बताया,
"हर पंजाब किंग्स मैच से पहले, मैं उसे (छोटे भाई को) लिविंग रूम में ले जाता हूं। हम साथ में मैच देखते हैं, और हर बार जब कैमरा सिम्मू (प्रभसिमरन) पर होता है, तो वह मुस्कुराता है। अगर सिम्मू रन बनाता है, तो वह मुस्कुराता और हंसता रहता है। उन पलों में, वह अपने दर्द को भूल जाता है। अगर सिम्मू जल्दबाजी में रैश शॉट खेलता है, तो वह चिल्लाता है और कहता है खोते आराम नाल खेल (समझदारी से खेलो)।"
प्रभसिमरन ने सोमवार सुबह वीडियो कॉल कियापंजाब किंग्स की जीत के बाद सोमवार को प्रभसिमरन सिंह ने अपने पिता को फोन लगाया। सतविंदरपाल ने ये भी बताया कि सिम्मू ने सोमवार सुबह को पिता की हाल चाल पूछी। इस दौरान भी मेरा भाई ने ये कहा कि क्यों उन्होंने अपना विकेट गंवा दिया, वो भी शतक के करीब पहुंचकर। जब वह सिम्मू पर चिल्ला रहे थे तो वह लंबी-लंबी सांसें ले रहे थे और मैं हमेशा उन्हें कहता हूं कि बच्चे की तारीफ करो, क्योंकि वह शानदार खेल रहा है।
मैच में प्रभसिमरन सिंह के प्रदर्शन से ज्यादा उनके जज्बे की तारीफ हो रही है। मैच के बाद प्रभसिमरन के चाचा ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में ये बताया कि उनके पिता बीमारी से जूझ रहे हैं। किडनी फेल होने के चलते उन्हें हफ्ते में तीन बार डायलिसिस से गुजरना पड़ रहा हैं।
Prabhsimran Singh के जज्बे को सलाम!दरअसल, पंजाब किंग्स के ओपनर प्रभसिमरन सिंह ने आईपीएल 2025 में 11 मैच खेलते हुए 170 की स्ट्राइक रेट से अब तक 437 रन बना लिए हैं। उन्होंने लखनऊ के खिलाफ खेले गए मैच में 91 रन की तूफानी पारी खेली। उनकी पारी से ज्यादा उनके जज्बे को देखकर दुनिया सलाम ठोक रही हैं। लखनऊ के खिलाफ पंजाब की जीत के बाद टाइम्स ऑफ इंडिया को इंटरव्यू में उनके चाचा सतविंदर सिंह ने बताया कि उनके भाई की तबीयत खराब चल रही हैं।
प्रभसिमरन के पिता 3 बार हफ्ते में डायलिसिस से गुजर रहे हैं। ऐसे में टूर्नामेंट छोड़कर घर जाने की बजाय प्रभसिमरन टीम के लिए जीत की नींव रखकर हर किसी का दिल जीत रहे हैं। मैच के बाद प्रभसिमरन के चाचा ने बताया कि जब वह प्रभसिमरन को टीवी पर बैटिंग करते हुए देखते हैं तो उनके चेहरे पर मुस्कान आती हैं।
23 साल के प्रभसिमरन को ट्रेनिंग देने वाले सतविंदर सिंह ने कहा कि बड़े भाई होने के नाते इस मुश्किल वक्त में मैं उन्हें दर्द में नहीं देख सकता। उन्हें हफ्ते में तीन बार डायलिसिस पर जाना हैं। मुझसे देखा नहीं जाता और जब डॉक्टर डायलिसिस के लिए आते हैं तो मैं घर से बाहर हो जाता हूं। एक भी दिन नहीं बीतता जब मैंने अपने भाई के लिए भगवान से प्रार्थना नहीं की।
प्रभसिमरन सिंह के चाचा सतविंदरपाल सिंह को ये भी पता कि उनका छोटा भाई कितने दिन तक और जीवित रहेगा, लेकिन उन्होंने उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का एक तरीका ढूंढ लिया। उन्होंने बताया,
"हर पंजाब किंग्स मैच से पहले, मैं उसे (छोटे भाई को) लिविंग रूम में ले जाता हूं। हम साथ में मैच देखते हैं, और हर बार जब कैमरा सिम्मू (प्रभसिमरन) पर होता है, तो वह मुस्कुराता है। अगर सिम्मू रन बनाता है, तो वह मुस्कुराता और हंसता रहता है। उन पलों में, वह अपने दर्द को भूल जाता है। अगर सिम्मू जल्दबाजी में रैश शॉट खेलता है, तो वह चिल्लाता है और कहता है खोते आराम नाल खेल (समझदारी से खेलो)।"
प्रभसिमरन ने सोमवार सुबह वीडियो कॉल कियापंजाब किंग्स की जीत के बाद सोमवार को प्रभसिमरन सिंह ने अपने पिता को फोन लगाया। सतविंदरपाल ने ये भी बताया कि सिम्मू ने सोमवार सुबह को पिता की हाल चाल पूछी। इस दौरान भी मेरा भाई ने ये कहा कि क्यों उन्होंने अपना विकेट गंवा दिया, वो भी शतक के करीब पहुंचकर। जब वह सिम्मू पर चिल्ला रहे थे तो वह लंबी-लंबी सांसें ले रहे थे और मैं हमेशा उन्हें कहता हूं कि बच्चे की तारीफ करो, क्योंकि वह शानदार खेल रहा है।
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