Sunday, September 21, 2025

माओवादी संगठन में पहली बार शीर्ष स्तर पर फूट, हथियार डालने की घोषणा से आई दरार

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 माओवादी संगठन में पहली बार शीर्ष स्तर पर फूट, हथियार डालने की घोषणा से आई दरार


माओवादी संगठन में पहली बार शीर्ष स्तर पर फूट खुलकर सामने आई है। संगठन के पोलित ब्यूरो सदस्य और केंद्रीय समिति के प्रवक्ता अभय उर्फ भूपति ने हाल ही में एक आधिकारिक पत्र जारी कर एक माह के लिए संघर्ष विराम की घोषणा की और शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा। उन्होंने पत्र में स्वीकार किया कि हथियार उठाना संगठन की सबसे बड़ी भूल थी।

पहली बार केंद्रीय समिति के निर्णय का अधीनस्थ संगठन ने किया खुला विरोध (सांकेतिक तस्वीर)

 माओवादी संगठन में पहली बार शीर्ष स्तर पर फूट खुलकर सामने आई है। संगठन के पोलित ब्यूरो सदस्य और केंद्रीय समिति के प्रवक्ता अभय उर्फ भूपति ने हाल ही में एक आधिकारिक पत्र जारी कर एक माह के लिए संघर्ष विराम की घोषणा की और शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा।


उन्होंने पत्र में स्वीकार किया कि हथियार उठाना संगठन की सबसे बड़ी भूल थी और इसके लिए जनता से माफी भी मांगी। इस घोषणा के बाद अधीनस्थ तेलंगाना स्टेट कमेटी ने तुरंत पत्र जारी कर इसे प्रवक्ता की निजी राय बताते हुए खारिज कर दिया है।


समिति के प्रतिनिधि जगन ने स्पष्ट किया कि यह पार्टी का आधिकारिक निर्णय नहीं है और इससे संगठन में अनावश्यक भ्रम और अस्थिरता फैल रही है। यह पहली बार है जब केंद्रीय समिति के प्रवक्ता की ओर से जारी घोषणा का अधीनस्थ इकाई ने सार्वजनिक रूप से विरोध किया है।

सुरक्षा बलों की कार्रवाइयों से संगठन कमजोर


माओवादी संगठन की यह आंतरिक खींचतान ऐसे समय में उजागर हुई है जब लगातार नेतृत्व हानि और सुरक्षा बलों की कार्रवाइयों से संगठन कमजोर हो चुका है। 21 मई को एक बड़े हमले में महासचिव समेत 28 कैडर मारे गए। इसके बाद कई बड़े नेता मारे गए या आत्मसमर्पण कर चुके हैं। केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि मार्च 2026 तक माओवादियों का खात्मा किया जाएगा।

सुरक्षा बल अब मजबूत स्थिति में हैं और माओवादी प्रभाव वाले क्षेत्रों में गहरी पैठ बना चुके हैं। माओवादियों के सामने अब आत्मसमर्पण या मुठभेड़ में मारे जाने का विकल्प है। -सुंदरराज पी., आइजीपी बस्तर रेंज
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