रेलवे स्टेशन पर रिकॉर्ड किया गाना...सिगरेट के पैकेट पर दी थाप, 1948 में ऐसे बना Lata Mangeshkar का पहला हिट गीत
Lata Mangeshkar First Hit Song: स्वर कोकिला लता मंगेशकर उन गायिकाओं में हैं, जिन्होंने हिंदी सिनेमा को अनगिनत सुनहरे और यादगार गीत दिए हैं। स्वर सम्रा ...और पढ़ें

ऐसे बना लता मंगेशकर का पहला हिट गीत
हिंदी सिनेमा में अपनी आवाज से दशकों तक लोगों का दिल जीतने वाली लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) उन महान गायिकाओं में से हैं, जिनके जितना मुकाम हासिल करना शायद किसी सिंगर के लिए बहुत मुश्किल है। लता दीदी ने अपने जीवन में बॉलीवुड को उन गानों की सौगात दी है, जिसे ये सिनेमा सदियों तक याद रखेगा। लेकिन आज हम आपको लता दीदी के पहले गाने की उस कहानी के बारे में बताएंगे, जिसे जानने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे।
ये है लता दीदी का पहला हिट गाना
वो साल 1948 का था, जब देश आजाद हो चुका था। उस दौर में हिंदी सिनेमा में लता दीदी आईं ही थीं और अपनी पहचान बनाने की कोशिश में लगी थीं। इसी बीच एक फिल्म आई जिसका नाम था मजबूर (Majboor)। इस फिल्म के एक गाने के लिए लता दीदी को संपर्क किया गया। गाने का नाम था 'दिल मेरा तोड़ा है मुझे कहीं का ना छोड़ा तेरे प्यार ने'। इस गाने को लता मंगेशकर ने अपनी आवाज दी। गाने के संगीतकार गुलाम हैदर थे, लेकिन गाने के रिकॉर्ड करने के पीछे की कहानी बड़ी दिलचस्प है।

सिगरेट के पैकेट पर थाप, रेलवे स्टेशन पर रिकॉर्ड हुआ गाना
जब इस गाने को रिकॉर्ड करने की बारी आई तो गाने की रिकॉर्डिंग के लिए मुंबई के गोरेगांव रेलवे स्टेशन को चुना गया। जी हां, आज जहां बड़े-बड़े स्टूडियोज में गानों की रिकॉर्डिंग की जाती है, तो वहीं उस दौर में गाने की रिकॉर्डिंग के लिए गोरेगांव रेलवे स्टेशन को चुना गया। इसके पीछे भी एक किस्सा है। दरअसल कहा जाता है कि, गुलाम हैदर फिल्मिस्तान से लौटते हुए बॉम्बे स्टूडियो में जाने के लिए गोरेगाँव स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने आए थे। उनके साथ यहां लता मंगेशकर भी थीं।
उसी स्टेशन पर ट्रेन के इंतज़ार में गुलाम हैदर बैठे थे और फिर यहीं पर उन्होंने फिल्म 'मजबूर' के लिए 'दिल मेरा तोड़ा' गाने की धुन बना डाली। यहीं स्टेशन पर बैंच पर बैठकर लता मंगेशकर ने गाने के लिए रिहर्सल कर ली और गुलाम हैदर ने 555 सिगरेट की पैकेट पर थाप दी।
इस तरह से ये गाना उस दौर में बनकर तैयार हुआ और बड़ी बात ये रही कि ये गाना हिट रहा। इस गाने ने ही लता को और बड़ी पहचान दिला दी। गाना हिट हुआ तो लता को और बड़े गाने मिलने लगे। इसके बाद तो लता मंगेशकर कई ब्लॉकबस्टर गाने दिए (Lata Mangeshkar Songs), जो आज भी लोगों की जुबान पर हैं।
ये है लता दीदी का पहला हिट गाना
वो साल 1948 का था, जब देश आजाद हो चुका था। उस दौर में हिंदी सिनेमा में लता दीदी आईं ही थीं और अपनी पहचान बनाने की कोशिश में लगी थीं। इसी बीच एक फिल्म आई जिसका नाम था मजबूर (Majboor)। इस फिल्म के एक गाने के लिए लता दीदी को संपर्क किया गया। गाने का नाम था 'दिल मेरा तोड़ा है मुझे कहीं का ना छोड़ा तेरे प्यार ने'। इस गाने को लता मंगेशकर ने अपनी आवाज दी। गाने के संगीतकार गुलाम हैदर थे, लेकिन गाने के रिकॉर्ड करने के पीछे की कहानी बड़ी दिलचस्प है।
सिगरेट के पैकेट पर थाप, रेलवे स्टेशन पर रिकॉर्ड हुआ गाना
जब इस गाने को रिकॉर्ड करने की बारी आई तो गाने की रिकॉर्डिंग के लिए मुंबई के गोरेगांव रेलवे स्टेशन को चुना गया। जी हां, आज जहां बड़े-बड़े स्टूडियोज में गानों की रिकॉर्डिंग की जाती है, तो वहीं उस दौर में गाने की रिकॉर्डिंग के लिए गोरेगांव रेलवे स्टेशन को चुना गया। इसके पीछे भी एक किस्सा है। दरअसल कहा जाता है कि, गुलाम हैदर फिल्मिस्तान से लौटते हुए बॉम्बे स्टूडियो में जाने के लिए गोरेगाँव स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने आए थे। उनके साथ यहां लता मंगेशकर भी थीं।
उसी स्टेशन पर ट्रेन के इंतज़ार में गुलाम हैदर बैठे थे और फिर यहीं पर उन्होंने फिल्म 'मजबूर' के लिए 'दिल मेरा तोड़ा' गाने की धुन बना डाली। यहीं स्टेशन पर बैंच पर बैठकर लता मंगेशकर ने गाने के लिए रिहर्सल कर ली और गुलाम हैदर ने 555 सिगरेट की पैकेट पर थाप दी।
इस तरह से ये गाना उस दौर में बनकर तैयार हुआ और बड़ी बात ये रही कि ये गाना हिट रहा। इस गाने ने ही लता को और बड़ी पहचान दिला दी। गाना हिट हुआ तो लता को और बड़े गाने मिलने लगे। इसके बाद तो लता मंगेशकर कई ब्लॉकबस्टर गाने दिए (Lata Mangeshkar Songs), जो आज भी लोगों की जुबान पर हैं।
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